गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा

किसी भी देश की शिक्षा प्रणाली वहां के आधारभूत संरचना का बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा होती है तथा इसी से उस देश का भविष्य निर्धारित होता है। हर देश की शिक्षा प्रणाली में कुछ विभिन्नताएँ पाई जाती हैं परंतु सभी का उद्देश्य देश के नागरिकों और युवाओं को शिक्षित और तर्कपूर्ण बनाना होता है। आज हम विश्व के सबसे अच्छे शिक्षा प्रणालियों को अपनाने वाले देशों में से एक देश फिनलैंड की बात करने वाले हैं जहां की शिक्षा प्रणाली बहुत विशिष्ट है। आज हम फिनलैंड की शिक्षा प्रणाली और उनकी विशेषताओं पर चर्चा करने वाले हैं।

फिनलैंड की शिक्षा प्रणाली

  • मुफ्त प्राथमिक शिक्षा
    फिनलैंड में सभी बच्चों को निशुल्क प्राथमिक शिक्षा दिया जाता है और उनसे किसी भी प्रकार की फीस नहीं ली जाती है। यहां पर निजी स्कूल ना के बराबर ही है क्योंकि यहां पर शिक्षा को लाभ के उद्देश्य से प्रदान करने का विरोध होता है इसलिए निजी स्कूल भी सरकार से धन अर्जित करते हैं तथा शिक्षा को मुफ्त में या बहुत कम दर पर उपलब्ध कराते हैं।
  • स्कूलों के बीच समानता
    आपको जानकर हैरानी होगी कि फिनलैंड में कोई भी स्कूल खराब तथा कोई भी स्कूल बहुत अच्छा नहीं है अर्थात यहां पर विद्यालयों में बहुत समानता है चाहे ग्रामीण क्षेत्र हो या शहरी क्षेत्र सभी जगह गुणवत्तापूर्ण शिक्षा दी जाती है और उन स्कूलों में भी किसी प्रकार की असमानता देखने को नहीं मिलती अर्थात एक ग्रामीण बच्चे और एक शहरी बच्चे दोनों को बराबर स्तर की शिक्षा प्राप्त होती है।
  • रिसर्च आधारित शिक्षा
    फिनलैंड एक ऐसा देश है जहां पर शिक्षा व्यवस्था रिसर्च आधारित है अर्थात विद्यालय और कॉलेजों में रिसर्च पर आधारित शिक्षा है। यहां पर किसी विशिष्ट शिक्षा प्रणाली को अपनाने के बजाय नए-नए तरीकों से तथा रिसर्च के माध्यम से बच्चों को सिखाने पर जोर दिया जाता है ताकि बच्चे उन शिक्षाओं को जीवनपर्यंत याद रखें तथा अपने जीवन में उपयोग कर सकें।
  • किताब केंद्रित शिक्षा नहीं है
    फिनलैंड एक ऐसा देश है जहां बच्चों को केवल किताबों में केंद्रित नहीं किया जाता है उन्हें अपने आसपास तथा नई-नई चीजें करके सीखने को प्रेरित किया जाता है। यहां बच्चे अपने अनुसार पढ़ सकते हैं और अपनी इच्छानुसार पढ़ाई से हटकर आराम कर सकते हैं। यहां तक फिनलैंड में बच्चे आराम कुर्सी पर बैठकर, लेटकर जैसे चाहे वैसे पढ़ सकते हैं। यहां पर यह व्यवस्था की गई है हर 45 मिनट या 1 घंटे की कक्षा के बाद बच्चों को 15 मिनट का आराम का समय दिया जाता है।
  • प्रतिस्पर्धा आधारित शिक्षा व्यवस्था नहीं है
    आमतौर पर देखा गया है शिक्षा के क्षेत्र में बच्चों को बहुत प्रतिस्पर्धा करनी पड़ती है।  माता पिता और अध्यापक भी बच्चों की तुलना अन्य बच्चों से करते हैं परंतु फिनलैंड में प्रतिस्पर्धात्मक और तुलनात्मक शिक्षा की व्यवस्था नहीं है। यहां पर हर बच्चे की क्षमता को पहचानने का प्रयास किया जाता है तथा उसे किसी और से तुलना करने पर जोर नहीं दिया जाता।
  • समय की बंदिशे नहीं हैं
    हर विद्यालय और कॉलेज में पढ़ाई का एक निर्धारित समय होता है परंतु फिनलैंड की व्यवस्था इससे बिल्कुल विपरीत है यहां पर शिक्षा के लिए कोई निर्धारित समय नहीं है बच्चे जब चाहे जैसे चाहे पढ़ सकते हैं उन्हें निश्चित समय के लिए पढ़ने को बाधित नहीं किया जाता है।

फिनलैंड देश के शिक्षक

आप सोच रहे होंगे कि जिस देश की शिक्षा व्यवस्था इतनी अद्भुत है वहां के अध्यापक भी बहुत अद्भुत होंगे तो अब हम फिनलैंड के अध्यापकों के बारे में जानने का प्रयास करते हैं।

  • शिक्षक का विशेष औदा
    फिनलैंड जैसे देश में शिक्षा को अन्य व्यवसायों की तरह नहीं देखा जाता है। इनका एक विशेष औदा एवं सम्मान होता है क्योंकि वह बच्चों की क्षमताओं को पहचानते हैं तथा उनके विकास में मदद करते हैं।
  • शिक्षकों की योग्यता
    फिनलैंड में शिक्षक बनना बहुत ही मुश्किल है। शैक्षणिक योग्यता स्नातकोत्तर होनी चाहिए साथ में उन्हें बच्चों को पढ़ाने के लिए एक विशेष टीचर ट्रेनिंग लेनी पड़ती है। इस टीचर ट्रेनिंग को किए बिना वहां कोई भी टीचर, टीचर नहीं बन सकते और इस टीचर ट्रेनिंग को करवाने वाली संस्थान को संपूर्ण विश्व में जाना जाता है तथा उसकी एक विशिष्ट पहचान है।
  • शिक्षकों की गुणवत्ता
    शिक्षकों को टीचर ट्रेनिंग के दौरान अनेक चीजें सिखाई जाती है परंतु उनमें यह गुण होना चाहिए कि बच्चों में सीखने एवं जानने की उत्सुकता पैदा कर सकते हों।

आशा है आपको फिनलैंड की अनूठी शिक्षा व्यवस्था के बारे में जानकर अच्छा लगा होगा। हम इसी प्रकार के विभिन्न ज्ञानवर्धक लेखों के साथ जल्द मिलेंगे।

क्या आप भी नन्ही खबर के लिए लिखना चाहते हैं?
संपर्क करें nanhikhabar@gmail.com पर