इंदिरा रसोई योजना क्या है?
22 जून, 2020 को, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने “इंदिरा रसोई योजना” का शुभारंभ किया: एक योजना जो हर दिन जरूरतमंद को दो पौष्टिक भोजन प्रदान करती है..
22 जून, 2020 को, राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने “इंदिरा रसोई योजना” का शुभारंभ किया: एक योजना जो हर दिन जरूरतमंद को दो पौष्टिक भोजन प्रदान करती है..
अभिषेक झा द्वारा लिखित - कक्षा 12 का छात्र Elyments App (एलाइमेंटस एप) भारत में बनी सबसे पहली सोशल मीडिया सुपर ऐप है| आपको जानकर अति प्रसन्नता होगी कि रविवार 5 जुलाई 2020 को देश के उपराष्ट्रपति ‘वेंकैया नायडू’ ने इस देशी सोशल मीडिया “एलाइमेंटस एप” को लॉन्च किया|...
कक्षा 9 के छात्र द्वारा लिखित कुछ भी कहें, फेसबुक अब इस गृह पर सबसे बड़े सोशल मीडिया प्लेटफार्मों में से एक है । यह निश्चित रूप से हमेशा मनोरंजन का साधन, अपने जीवन को दिखाने और पुराने दोस्तों से जुड़ने का एक साधन रहा है और रहेगा...
यह चमकीली डांसिंग लाइट की तरह दिखते हैं जबकि वास्तव में ये वो कण (charged particles) हैं जो सूर्य से निकल कर पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करने पर आपस में टकराने से चमकते हैं...
हम सभी ने भूकंप (earthquake) , टोर्नेडो (tornado) और बाढ़ (flood) जैसी प्राकृतिक विपत्तियों / डिसास्टर्स के बारे में सुना है। लेकिन कुछ ऐसी प्राकृतिक विपत्तियों हैं, जिनके बारे में लोगों को बहुत ज़्यादा जानकारी नहीं है। ऐसिड / अम्लीय वर्षा ऐसी ही एक प्राकृतिक डिजास्टर है, जो पर्यावरण को नष्ट करता है। हालाँकि यह वर्षा आखिरी बार अमेरिका में १९९० में हुआ था, यह एक गंभीर पर्यावरणीय समस्या है।
क्या आपने कभी डेड-सी का नाम सुना है? डेड-सी को हिंदी में मृत सागर कहते हैं | यह मृत सागर क्या है? क्या ,यहाँ जाने से लोगों की मृत्यु होती है? क्या इस सागर में मरे हुए चीजें हैं ? क्या यह सागर सुखकर मर गया है? मृत सागर या डेड-सी का नाम सुनकर, कुछ ऐसी ही सवाल हमारे मन में आते हैं|
जर्मनी, यूरोप का एक बड़ा और शक्तिशाली देश माना जाता है। जर्मनी में राष्ट्रपति के बाद सबसे बड़ा पद चांसलर का है। एंजेला मर्केल जर्मनी की पहली महिला चांसलर है।
गलवान नदी, चीन के अक्साई चिन क्षेत्र से निकल कर भारत के लद्दाख क्षेत्र को जाती है, इसलिए इस क्षेत्र को गलवान घाटी कहा जाता है..
आज के समय, किसी बीमार व्यक्ति को डॉक्टर या अस्पताल जाने को बहुत डर लगता है क्योंकि इलाज बहुत महँगा है| खासकर गरीब लोगों के लिए, अगर किसीकी इलाज अस्पताल में करनी पड़े तो अस्पताल का बिल चुकाने के लिए या तो अपना घर, ज़मीन बेच नी पड़ती है या उनको बाहर से, साहूकार से लोन लेना पड़ता है