आज के समय, किसी बीमार व्यक्ति को डॉक्टर या अस्पताल जाने को बहुत डर  लगता है क्योंकि इलाज बहुत महँगा है| खासकर गरीब लोगों के लिए, अगर किसीकी इलाज अस्पताल में करनी पड़े तो  अस्पताल का बिल चुकाने के लिए या तो अपना घर, ज़मीन बेच नी पड़ती है या उनको बाहर से, साहूकार से लोन लेना पड़ता है | कई गरीब इस डर से अस्पताल नहीं जाते हैं और बीमारी से झेलना पड़ता है या कई तो इलाज न करते ही,मर भी जाते हैं |

गरीब और हीन वर्ग के लोगों को अच्छे स्वास्थ्य की सुविधा प्रदान करने के लिए, सितंबर २०१८ में प्रधान मंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना शुरू की गई है, जिसे प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (PMJAY) के नाम से भी जाना जाता है| यह एक स्वास्थ्य बीमा योजना है जिसका उद्देश्य है समाज के आर्थिक रूप से कमजोर गरीब और हीन वर्गों को मुफ्त चिकित्सा सेवाएं प्रदान करना। यह दुनिया की सबसे बड़ी सरकारी योजना है और यह ५० करोड़ से अधिक भारतीयों को कवर करना चाहती है। इस योजना से प्रति परिवार प्रति वर्ष ५ लाख रुपये का अस्पताल में मुफ्त चिकत्सा करा सकती है|

योजना लांच होने के एक साल में १८००० अस्पतालों को प्रोग्राम में लिस्ट किया है, ताकि  लोग इन अस्पतालों से मुफ्त चिकत्सा और इलाज का लाभ ले सकेंगे | अब तक ४००००० परिवारों को इस योजना में शामिल किया है और १ करोड़ से भी अधिक इ-कार्ड इश्यु किया है | इ-कार्ड दिखाकर किसी भी सार्वजनिक या प्राइवेट अस्पतालों में कैशलेस चिकित्सा सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं|

योजना के मुख्य विशेषताएं

  • यह योजना , परिवार के सभी सदस्यों के लिए है, यह किसी उम्र या लिंग का भेद भाव नहीं करता|  इसलिए महिला बच्चे और बुजुर्ग लोगों के लिए यह योजना, बहुत  ही लाभदायक है |  
  • योजना शुरू होने के पहले से मौजूद बिमारियों का भी चिकत्सा और इलाज मिल सकता है | यह योजना अस्पताल में भर्ती के पूर्व और पश्चात् का खर्च भी कवर करती है |  
  • इसमें १३०० बीमारी से अधिक बिमारियों को कवर करता है और एक व्यक्ति को देश के किसी भी हिस्से में सेवाओं का लाभ उठाने की सुविधा देता है।
  • कैशलेस होने के कारन, मरीज़ या उनके परिवार को  अस्पताल को  पैसे देने का बोझ/ चिंता नहीं है और आराम से  अपने बीमारी का चिकित्सा और इलाज कर सकते हैं |
  •  इस योजना के तहत जो खर्च होगा उसका ६०% व्यय केंद्रीय सरकार  और बाकि राज्य सरकार का है|  
  •  सरकार  ने यह योजना खासकर ग्रामीण के गरीब वंचित परिवारों और शहरीय सूचित श्रमिकों   और व्यावसायिक श्रेणियों को लक्षित करती है | SECC (सामाजिक-आर्थिक जाति जनगणना) लिस्ट में से  परिवारों  का नाम और विवरण लिया है और योजना में नाम दाखिल किया है।

कोई भी व्यक्ति सरकारी वेबसाइट (https://pmjay.gov.in) पर जाकर या आयुष्मान भारत योजना के कस्टमर केयर हेल्पलाइन नंबरों पर कॉल करके अपनी और परिवार के नाम का पता  कर सकता है। नाम रजिस्टर करने के लिए, आइडेंटिटी/ पहचान  प्रूफ और पता का प्रूफ देना होगा, जैसे की पैन कार्ड , आधार कार्ड, राशन कार्ड इत्यादि |

योजना के चुनौतियां

PMJAY योजना को अब तक की यात्रा में कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ा है। कुछ लोगों ने फ़र्ज़ी इ कार्ड और फ़र्ज़ी मेडिकल बिल्स बनाकर इस योजना का दुरूपयोग किया है |

कुछ अस्पताल में इ-कार्ड लेने से  इंकार करके, लोगों को सुविधा से वंचित भी किया है|   

चूँकि यह योजना निजी और सार्वजनिक दोनों अस्पतालों में चिकित्सा उपचार प्राप्त करने की अनुमति देती है, इसलिए लोग अपनी सुविधाओं पर दबाव बनाते हुए निजी अस्पतालों में ही इलाज कराना चाहते हैं।

इसके अलावा, बढ़ती आबादी सरकार के कंधों पर बोझ बढ़ा रही है, जिससे खर्च को पूरा करना चुनौतीपूर्ण हो गया है।