नेटवर्क का 5G तक का सफर
आज के समय में बढ़ती आधुनिकरण के साथ तकनीकी विस्तार और विकास होता जा रहा है और हम विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक तकनीकों का प्रयोग करके अपना जीवन सरल बनाने में लगे हुए हैं।
आज के समय में बढ़ती आधुनिकरण के साथ तकनीकी विस्तार और विकास होता जा रहा है और हम विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक तकनीकों का प्रयोग करके अपना जीवन सरल बनाने में लगे हुए हैं।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा
आज के समय में बढ़ती आधुनिकरण के साथ तकनीकी विस्तार और विकास होता जा रहा है और हम विभिन्न प्रकार के वैज्ञानिक तकनीकों का प्रयोग करके अपना जीवन सरल बनाने में लगे हुए हैं। ऐसे में भारत देश पीछे नहीं है भारत में कुछ दिनों पहले ही 5G नेटवर्क की शुरुआत की गई और 1 अक्टूबर से टेलीकॉम कंपनियों ने 5G नेटवर्क सुविधाएं प्रदान करना आरंभ कर दिया। प्रधानमंत्री मोदी जी द्वारा 5G को लांच किया गया और और संपूर्ण भारत में इन सुविधाओं को पहुंचाने का आश्वासन दिया गया। आज हम 1G से 5G तक के सफर तथा 5G लॉन्च की पूरी जानकारी हासिल करेंगे।
1G से 5G तक समस्याएं और सुधार
इंटरनेट की दुनिया की शुरुआत 1G से हुई थी और आज हम 5G तक पहुंच गए हैं। आज हम इन सभी के बारे में जानेंगे।
1G नेटवर्क
सबसे पहले 1G नेटवर्क की शुरुआत हुई। इसका समय 1980 का दशक था। 1G के द्वारा केवल फोन किया जाना संभव था अर्थात केवल ऑडियो कॉल।
2G नेटवर्क
1G नेटवर्क के विस्तार होते होते हम 2G नेटवर्क पर पहुंचे जो 1990 के दशक में आरंभ हुआ। 2G फोन मे फोन के साथ साथ एसएमएस और मेल करना भी संभव था।
3G नेटवर्क
2000 तक आते-आते नेटवर्क में सुधार हुआ और 3G दुनिया के सामने आया। 3G नेटवर्क ने कैमरे का उपयोग, वीडियो कॉल आदि को भी बढ़ावा दिया।
4G नेटवर्क
अभी तक हम सभी 4G नेटवर्क का उपयोग कर रहे थे जो 2010 के आसपास भारत में आया। 4G नेटवर्क में कांफ्रेंस कॉल, विभिन्न प्रकार के गेम्स की सुविधाएं मौजूद थीं और यह बाकि नेटवर्क से तेज था।
5G नेटवर्क
5G नेटवर्क अभी 1 अक्टूबर से आरंभ किया गया है। कहा जा रहा है कि यह 1G, 2G, 3G, 4G सभी का एक मिश्रित रूप है जो बहुत अधिक मात्रा में कनेक्टिविटी प्रदान करेगा और हाई स्पीड से चलेगा।
अब जानते हैं कुछ चीजें 5G के बारे में
5G क्या है?
अन्य सभी नेटवर्क की तरह ही 5G नेटवर्क है जो अन्य नेटवर्क की तुलना में 30-40 गुना तेज चलने वाला है और इसमें सारे ऐप्स बिना रुकावट के काम करते हैं। इसके द्वारा वायरलेस रूप से फोन से मशीनों और अन्य वस्तुओं को भी कनेक्ट किया जा सकता है।
इंटरनेट ऑफ थिंग्स 5G के बारे में जानते हुए आपको यह जानने की आवश्यकता है कि आज के समय में हम इंटरनेट ऑफ थिंग्स पर बात कर रहे हैं जिसमें घर की वस्तुओं को भी वायरलेस रूप से फोन से कनेक्ट किया जा सकता है और उन्हें संचालित किया जा सकता है। जैसे अगर आप अपने घर पर एसी और टीवी चलता भूल आए हैं तो आप किसी दूसरी जगह से भी अपने फोन के द्वारा उसे बंद कर सकते हैं।
5G के आने से इंटरनेट ऑफ थिंग्स के विकास की बहुत बड़ी संभावनाएं विकसित हुई हैं।
5G का आविष्कार कैसे हुआ?
जैसा कि हम सभी जानते हैं कि आधुनिक और विशाल तकनीकी विस्तार के लिए कोई एक व्यक्ति जिम्मेदार नहीं होता। उसी प्रकार 5G किसी एक व्यक्ति के अविष्कार का परिणाम नहीं है। बहुत सारे कंपनियों तथा वैज्ञानिकों ने मिलकर 5G का निर्माण किया है।
क्या हम पुराने फोन में 5G चला सकते हैं?
5जी सुविधाओं का प्रयोग करने के लिए आपको अपने फोन को 5G इनेबल करवाना पड़ेगा और कई फोन में नई सिम भी डलवाना पड़ सकता है। उसके बाद आप 5G प्रयोग कर सकेंगे।
आसान शब्दों में कहें तो आपके फोन का 5G इनेबल होना आवश्यक है। आप सेंटिंग में जाकर उसे 5G इनेबल बना सकते हैं। अधिकतर स्मार्टफोन में 5G का ऑप्शन है जिनमें नहीं है उन्हें बदलना पड़ेगा।
5G की वर्तमान स्थिति
वर्तमान में भारत में 5G के उपयोग की बात करें तो पहले भारत देश के 13 शहरों में इसे शुरू किया जाएगा। धीरे-धीरे इसका विस्तार संपूर्ण देश में किया जाएगा। सरकार तथा कंपनियों का प्रयास है कि इसे गांवों में भी उपयोग किया जाए।
आशा है आपको यह लेख पसंद आया होगा तथा विभिन्न नेटवर्किंग व्यवस्था की जानकारी प्राप्त हुई होगी बाकि हम 5G नेटवर्क के उपयोग के बाद ही उसकी सार्थकता पर बात कर पाएंगे। तब तक आप हमसे जुड़े रहें और खबरों को पढ़ते रहें।
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