भारत के सभी राष्ट्रपतियों की सूची (1947-2022)
भारत में राष्ट्रपति का पद बहुत ही महत्वपूर्ण तथा प्रसिद्ध पदों में से एक है। भारत के राष्ट्रपति पद पर विद्यमान व्यक्तित्वों का एक बहुत ही महत्वपूर्ण इतिहास रहा है।
भारत में राष्ट्रपति का पद बहुत ही महत्वपूर्ण तथा प्रसिद्ध पदों में से एक है। भारत के राष्ट्रपति पद पर विद्यमान व्यक्तित्वों का एक बहुत ही महत्वपूर्ण इतिहास रहा है।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा
भारत में राष्ट्रपति का पद बहुत ही महत्वपूर्ण तथा प्रसिद्ध पदों में से एक है। भारत के राष्ट्रपति पद पर विद्यमान व्यक्तित्वों का एक बहुत ही महत्वपूर्ण इतिहास रहा है। उन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को बहुत अच्छे से निभाया तथा देश के विकास में अपना पूर्ण योगदान दिया है। आज हम अपने पूर्व राष्ट्रपतियों के बारे में जानने का प्रयास करेंगे तथा उनका संक्षिप्त परिचय जानेंगे।
स्वतंत्र भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद बने और वर्तमान में कुछ दिनों पहले ही द्रौपदी मुर्मू को राष्ट्रपति के रूप में चयनित किया गया है। इस तरह 1948 से लेकर 2022 तक राष्ट्रपति पद पर विराजमान सभी उम्मीदवारों की अपनी एक विशेष पहचान रही है।
राजेंद्र प्रसाद
राजेंद्र प्रसाद भारत के पहले राष्ट्रपति तथा स्वतंत्र भारत के पहले नागरिक बने। राजेंद्र प्रसाद ने एक नहीं बल्कि दो कार्यकालों तक राष्ट्रपति बनकर देश की सेवा की। भारत में संविधान निर्माण के लिए बनाए जाने वाले संविधान सभा के अध्यक्ष भी वही थे। उनके देशसेवा और प्रयासों से प्रसन्न होकर उन्हें 1962 में भारत रत्न से सम्मानित किया गया।
डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन
भारत के दूसरे राष्ट्रपति डॉक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन थे। वह पहले एक शिक्षक थे बाद में राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त हुए। उनका जन्म 5 सितंबर 1888 में हुआ था और उनके योगदानों से प्रेरित होकर 5 सितंबर को शिक्षक दिवस मनाया जाता है।
डॉ ज़ाकिर हुसैन
ज़ाकिर हुसैन मुस्लिम परिवार से आते थे और वह भारत के पहले राष्ट्रपति बने जो मुस्लिम समुदाय से थे। 1967 से 1969 तक वे राष्ट्रपति पद पर रहे और अपने पद पर रहते हुए ही उनकी मृत्यु हो गई थी।
वीवी गिरी
राष्ट्रपतियों की श्रेणी में वी वी गिरि का नाम चौथे स्थान पर आता है। इनका नाम वराहगिरी वेकंटगिरी था। इनका कार्यकाल 1969 से 1974 तक था।
फखरुद्दीन अली अहमद
भारत के पांचवें राष्ट्रपति फखरुद्दीन अली अहमद बने। इनका कार्यकाल 1974 से 1977 तक था। इस दौरान उन्होंने अपनी सभी जिम्मेदारियों का निर्वाह किया।
नीलम संजीव रेड्डी
छठे राष्ट्रपति की कुर्सी पर बैठने वाले व्यक्तित्व नीलम संजीव रेड्डी थे। राष्ट्रपति पद पर आने से पहले वे आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री भी रहे। प्रथम बार राष्ट्रपति पद पर खड़े होने पर उन्हें हार मिली परंतु दूसरी बार वे राष्ट्रपति बने।
ज्ञानी जैल सिंह
ज्ञानी जैल सिंह पंजाब में जन्मे थे। राष्ट्रपति पद पर आने से पहले वह पंजाब के मुख्यमंत्री के पद पर रहे और भारत के छठे राष्ट्रपति बने। उनके ही कार्यकाल में ऑपरेशन ब्लू स्टार एवं इंदिरा गांधी की हत्या जैसी घटनाएं देखने को मिली परंतु उन्होंने देश में शांति स्थापित करने के लिए पूर्ण प्रयास किया।
आर. वेंकटरमण
आर वेंकटरमण भारत देश के राष्ट्रपति रहे। इनका कार्यकाल 1987 से 1992 तक चला । वे केवल राष्ट्रपति ही नहीं थे स्वतंत्रता सेनानी तथा प्रसिद्ध राजनेता भी रहे थे।
डॉ शंकर दयाल शर्मा
भारत के नौवें राष्ट्रपति के रूप में डॉ शंकर दयाल शर्मा को चुना गया। वे भोपाल के मुख्यमंत्री भी थे और कैबिनेट में भी मिनिस्टर भी थे। उन्होंने 1992 से 1997 , पांच वर्ष राष्ट्रपति पद पर देश की सेवा की थी।
के.आर. नारायणन
भारत के दसवें राष्ट्रपति के.आर.नारायणन थे। नारायणन एक दलित परिवार में जन्मे थे इसलिए वे भारत के पहले दलित राष्ट्रपति बने थे। उनका कार्यकाल 1997 से 2002 तक था।
डॉ एपीजे अब्दुल कलाम
अब्दुल कलाम को कौन नहीं जानता होगा। मिसाइल मैन के नाम से जाने जाने वाले अब्दुल कलाम भारत के 11वीं राष्ट्रपति थे। वह वैज्ञानिक तथा प्रसिद्ध लेखक भी थे। भारत को परमाणु शक्ति से परिपूर्ण बनाने में उन्होंने अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया।
श्रीमती प्रतिभा पाटिल
श्रीमती प्रतिभा पाटिल भारत की पहली महिला राष्ट्रपति बनी। वे राजस्थान की राज्यपाल भी रह चुकी थी। उनका कार्यकाल 2007 से 2012 तक था। प्रतिभा पाटिल बहुत ही बहादुर और साहसी थी तथा वह सुखोई विमान उड़ाने वाली पहली महिला राष्ट्रपति बनी।
प्रणव मुखर्जी
प्रणव मुखर्जी हमारे 13वें राष्ट्रपति के रूप में नियुक्त हुए। राष्ट्रपति बनने से पहले वे वित्त मंत्री के रूप में केंद्र सरकार में सेवाएं दे रहे थे। उन्होंने बहुत ही मेहनत और जिम्मेदारीपूर्ण तरीके से राष्ट्रपति पद पर रहकर देश को संभाला।
रामनाथ कोविंद
रामनाथ कोविंद उत्तर प्रदेश के जन्मे हुए हैं। वह भारत के 14वें राष्ट्रपति थे। राष्ट्रपति के साथ साथ वे बहुत अच्छे वकील और राजनेता भी थे। उन्होंने अपने कार्यकाल में भ्रष्टाचार को समाप्त करने से संबंधित अनेक कदम उठाए।
द्रौपदी मुर्मू
कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रपति के चुनाव में भारत देश की 15वीं राष्ट्रपति के रूप में द्रौपदी मुर्मू को चुना गया हैं जोकि पहली आदिवासी महिला राष्ट्रपति बनी तथा स्वतंत्र भारत में जन्म लेने वाली पहली राष्ट्रपति बनी। उनका कार्यकाल 2022 में शुरू हुआ है।
इस प्रकार से आज हमने भारत के पूर्व राष्ट्रपतियों के जीवन तथा कार्य के बारे में संक्षिप्त जानकारी हासिल की, उन सभी ने अपने पद पर आसीन रहकर अपनी सभी जिम्मेदारियों का निर्वाह किया तथा देश को बेहतर बनाने में अपना योगदान दिया। इसी प्रकार अन्य व्यक्तित्वों के बारे में जानकारी लेकर हम जल्द मिलेंगे।
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