राष्ट्रीय जन औषधि दिवस
7 मार्च का दिन एक विशेष महत्व रखता है। इस दिन को हर वर्ष 1 से 7 मार्च तक के बीच की समय अवधि को जनऔषधि सप्ताह के रूप में मनाया जाता है।
7 मार्च का दिन एक विशेष महत्व रखता है। इस दिन को हर वर्ष 1 से 7 मार्च तक के बीच की समय अवधि को जनऔषधि सप्ताह के रूप में मनाया जाता है।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 18 साल का छात्र
7 मार्च का दिन एक विशेष महत्व रखता है। इस दिन को हर वर्ष 1 से 7 मार्च तक के बीच की समय अवधि को जनऔषधि सप्ताह के रूप में मनाया जाता है।
जन औषधि दिवस का उद्देश्य
जनऔषधि दिवस को मनाने का उद्देश्य देशवासियों को स्वास्थ्य सुविधाओं एवं विभिन्न बीमारियों एवं उनके उपचार के प्रति जागरूक करना है।
इस दिवस को मनाने के पीछे एक कारण यह भी है कि लोगों के लिए स्वास्थ्य सुविधाओं को बढ़ावा दिया जाए एवं देश के प्रत्येक आवश्यकतापूर्ण व्यक्ति को स्वास्थ्य सुविधाएं एवं विशेष रुप से दवाइयां सस्ते दामों पर उपलब्ध कराया जाए।
इस आयोजन के द्वारा लोगों को जेनेरिक दवाइयों के प्रति जागरूक किया जाता है।
विभिन्न कार्यक्रम
प्रधानमंत्री जनऔषधि योजना साल 2015 में पीएम नरेंद्र मोदी द्वारा लाई गई है। इस योजना में सरकार उच्च गुणवत्ता वाली जैनेरिक दवाईयां बाजार से सस्ते दामों पर उपलब्ध कराती है। इस योजना के लिए कई जनऔषधि स्टोर बनाए गए हैं। सरकार जनऔषधि दिवस के दिन लोगों को इनके बारे में बताती है एवं हर जिले में जनऔषधि केंद्र बनाने का प्रयास करती है।
पूरे भारत में 1 मार्च से जन औषधि सप्ताह के लिए आयोजन आरंभ हो जाता है। इस दौरान जागरूकता शिविर के माध्यम से दवाइयों के बारे में जानकारी दी जाती है। इस हफ्ते में जन औषधि संकल्प यात्रा, जन औषधि बालमित्र, जन औषधि जन जागरण, मातृशक्ति सम्मान एवं जन आरोग्य मेला जैसे विभिन्न कार्यक्रम भव्य रूप से आयोजित किए जाते हैं।
योजनाओं के लाभ
पिछले वर्ष बड़ी संख्या में लोगों को इस योजना से लाभ प्राप्त हुआ है ।
इसके कारण 7400 से अधिक जेनेरिक दवाइयां आसानी से प्राप्त हो सकती हैं जिस कारण आम लोगों तक इन दवाओं की पहुंच बढ़ी है।
लागत में कमी आई है। बाजार मूल्य के तहत कम लागत पर दवाइयां उपलब्ध हैं।
जन औषधि केंद्र की स्थापना के द्वारा स्थाई एवं नियमित वेतन के साथ दुकानदारों को रोजगार प्राप्त हुआ है।
प्रत्येक दिन का विशेष महत्व
पहला दिन 1 मार्च- स्वास्थ्य जांच शिविरों का आयोजन किया जाता है।
दूसरा दिन 2 मार्च – जनऔषधि परीक्षा का आयोजन किया जाता है।
तीसरा दिन 3 मार्च- “टीच डेम यंग” थीम के तहत देश के बच्चों एवं युवाओं में जागरूकता फैलाई जाती है।
चौथा दिन 4 मार्च – महिलाओं को सैनेट्री पैड के उपयोग के बारे में बताया जाता है एवं सैनिटरी पैड वितरित किए जाते हैं।
पांचवा दिन 5 मार्च- वरिष्ठ नागरिकों में जागरूकता फैलाई जाती है।
छठा दिन 6 मार्च- बाइक रैली, पदयात्रा आयोजनों के द्वारा जेनेरिक दवाओं के बारे में जागरूकता फैलाई जाती है।
सातवाँ दिन 7 मार्च – इस दिन नई दिल्ली के विज्ञान भवन में कार्यक्रम आयोजित किया जाता है।
जनऔषधि दिवस 2022
मुख्य कार्यक्रम जन औषधि दिवस सोमवार 7 मार्च 2022 (आज)नई दिल्ली के विज्ञान भवन में आयोजित किया गया था। जहां केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री मनसुख मांडवीया और रसायन एवं उर्वरक मंत्री भगवंत डूबे उपस्थित थे। जहां पर अनेक कार्यक्रमो का आयोजन किया गया एवं जन औषधि सप्ताह की समाप्ति की गई।
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