गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल का छात्र

हर वर्ष 1 मई को अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रूप में मनाया जाता है जो समाज के निर्माण में मजदूर के योगदान एवं महत्व को दर्शाता है। इसे मई दिवस के नाम से भी जाना जाता है।

श्रमिक दिवस का इतिहास 
पहले के समय में अमेरिका में उद्योगपतियों द्वारा मजदूरों का बहुत अधिक शोषण किया जाता था। उनका समाज में भी बहुत कम सम्मान होता था। 19वीं सदी में जब उद्योगों की शुरुआत हुई तो उद्योगपतियों ने लाभ बढ़ाने के लिए श्रमिकों से 15-15 घंटे काम करवाते थे तथा उन्हें सही वेतन भी नहीं देते थे। श्रमिकों ने इसके खिलाफ आंदोलन किया। उनकी मांग थी कि उन्हें छुट्टियां प्रदान की जाएं तथा काम के घंटे निर्धारित किए जाएं। 1मई 1886 को यह विरोध हुआ इसी दौरान आंदोलन में एक बम ब्लास्ट होने के कारण कई मासूम श्रमिकों की मौत हो गई और अनेक घायल हुए।

1989 में उन्हीं श्रमिकों की याद में श्रमिक दिवस मनाने का प्रस्ताव रखा गया। तब से हर वर्ष 1 मई को, अतंराष्ट्रीय श्रमिक दिवस मनाया जाता है।

भारत में श्रमिक दिवस 
भारत में मजदूर दिवस की शुरुआत लेबर किसान पार्टी ने 1 मई 1923 में मद्रास के चेन्नई में की। तब से प्रत्येक वर्ष 1 मई को भारत में राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के रूप में मनाया जाता है।

विभिन्न देशों में श्रमिक दिवस 

अमेरिका और कनाडा  – अमेरिका और कनाडा में श्रमिक दिवस सितंबर के पहले सोमवार को मनाया जाता है और इस दिन मजदूरों को अवकाश दिया जाता है।

जापान – जापान में 1 मई को राष्ट्रीय अवकाश नहीं होता है क्योंकि जापान में 23 नवंबर को थैंक्सगिविंग डे के दिन ही मजदूर दिवस मनाया जाता है।

फ्रांस – फ्रांस में 1 मई को इच्छुक मजदूरों के लिए अवकाश होता है। जो अवकाश लेना चाहते हैं, वह अवकाश ले सकते हैं। यह राष्ट्रीय अवकाश नहीं होता है। इस दिन वहां रैलियां एवं मार्च आयोजित होते हैं।

ऑस्ट्रेलिया – ऑस्ट्रेलिया में एक समान मजदूर दिवस, 1 मई को नहीं मनाया जाता है। वहां हर प्रांत द्वारा अलग-अलग मजदूर दिवस मनाया जाता है।

कजाकिस्तान – कजाकिस्तान में सितंबर महीने के अंतिम रविवार को मजदूर दिवस मनाया जाता है।

इस प्रकार से दुनिया के विभिन्न देशों में मजदूर दिवस मनाने का दिन एवं तरीका अलग-अलग है। कुछ देशों में 1 मई को मजदूर दिवस मनाया जाता है जबकि कुछ देशों में अन्य दिन मनाया जाता है। कुछ ऐसे भी देश हैं जहां मजदूर दिवस नहीं मनाया जाता जैसे मंगोलिया, अफ्रीका एवं खाड़ी देश आदि।

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