भारत द्वारा श्रीलंका को गिफ्ट किया गया, डोर्नियर विमान
इस वर्ष स्वतंत्रता के उपलक्ष्य पर श्रीलंका को उपहार में डोर्नियर विमान दिया है ताकि श्रीलंका के आस पास के समुद्री और वायु क्षेत्र पर निगरानी और अन्य देशों के घुसपैठ को रोका जा सके ।
इस वर्ष स्वतंत्रता के उपलक्ष्य पर श्रीलंका को उपहार में डोर्नियर विमान दिया है ताकि श्रीलंका के आस पास के समुद्री और वायु क्षेत्र पर निगरानी और अन्य देशों के घुसपैठ को रोका जा सके ।
गीतांजलि द्वारा लिखित, 19 साल की छात्रा
भारत देश धीरे-धीरे प्रगति के पथ पर है ऐसे में भारत की आंतरिक तथा बाहरी सुरक्षा सुनिश्चित करना बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। भारत अपनी आंतरिक सुरक्षा को मजबूत रखने का पूर्ण प्रयास करता रहता है तथा बाहरी सुरक्षा के लिए हमारे पास विशालतम सैन्यबल है परंतु बाहरी सुरक्षा में अपने आसपास के पड़ोसी देशों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करना तथा उनसे अपनी सुरक्षा को सुनिश्चित करना बहुत आवश्यक है। इसी कारण भारत ने इस वर्ष स्वतंत्रता के उपलक्ष्य पर श्रीलंका को उपहार में डोर्नियर विमान दिया है ताकि श्रीलंका के आस पास के समुद्री और वायु क्षेत्र पर निगरानी और अन्य देशों के घुसपैठ को रोका जा सके ।
आज हम डोर्नियर विमान से लेकर भारत द्वारा श्रीलंका को इसे प्रदान करने के बारे में पूर्ण जानकारी हासिल करेंगे।
डोर्नियर विमान
डोर्नियर विमान हवा में उड़ने वाला एक सैन्य सुरक्षा विमान है। यह विमान पूरे विश्व में सबसे पहले जर्मनी के द्वारा बनाया गया था परंतु भारत ने भी अपना स्वदेश डोर्नियर विमान बना लिया है। इसमें एक साथ 17 से अधिक लोग यात्रा कर सकते हैं तथा इस विमान की खासियत यह है कि इससे दिन और रात दोनों समय में यात्रा किया जा सकता है और किसी भी प्रकार के भौगोलिक स्थान पर जाया जा सकता है यही कारण है कि यह विमान भारत के अन्य हिस्सों के साथ-साथ भारत के उत्तर पूर्वी राज्य (जहां पर भौगोलिक विभिन्नताएं बहुत अधिक हैं) में भी आसानी से पहुंच सकता है।
भारत में बने डोर्नियर विमान को एक सरकारी कंपनी हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड द्वारा बहुत ही बेहतरीन तकनीक से बनाया गया है और इसका प्रयोग सैन्य बलों द्वारा किया जाता है। इससे भारत की सैन्य शक्ति और अधिक मजबूत हो गई है।
भारत ने श्रीलंका को उपहार स्वरूप दिया डोर्नियर विमान
इस वर्ष भारत अपने स्वतंत्रता का 75वां वर्षगांठ मना रहा था। जिसमें भारत ने अपने बाहरी सुरक्षा तथा पड़ोसी देश श्रीलंका से अपने रिश्तों को मजबूत करने के लिए उन्हें डोर्नियर विमान उपहार स्वरूप दिया है। जैसा कि हम सभी जानते है कि कोरोना के उपरांत श्रीलंका की स्थिति खराब हो गई है तथा उन्हें आर्थिक रूप से विभिन्न देशों से मदद लेनी पड़ रही है ऐसे में भारत द्वारा उठाया गया यह कदम एक बेहतरीन आदर्श प्रस्तुत करता है कि भारत अपने पड़ोसी देशों की सहायता में सदैव आगे रहता है।
प्रधानमंत्री विक्रम शिंदे की प्रतिक्रिया
15 अगस्त के अवसर पर भारत के सैन्य बलों द्वारा श्रीलंका को डोर्नियर विमान दिया गया। श्रीलंका के राष्ट्रपति रानिल विक्रम शिंदे इस कार्यक्रम में मौजूद थे तथा उन्होंने भारत का बहुत धन्यवाद तथा आभार व्यक्त किया। उन्होंने कहा कि इस विमान के उपयोग के द्वारा श्रीलंकाई सैन्य बलों को मजबूती मिलेगी तथा श्रीलंका की सुरक्षा व्यवस्था और भी अच्छी हो जाएगी।
श्रीलंकाई राष्ट्रपति ने भाषण देते वक्त कहा कि भारत द्वारा प्रदान किया गया विमान भारत और श्रीलंका के सैन्य सहमति और संबंधों को एक नया आधार प्रदान करेगा।
उन्होंने भारत को स्वतंत्रता की बधाइयां देते हुए कहा कि भारत के प्रधानमंत्री जवाहरलाल नेहरू द्वारा प्रथम आजादी दिवस की संध्या को दिए गए भाषण जिसका नाम “नियति से वादा” था से वह बहुत प्रेरित हैं।
भारत का हित
हम सभी को समझना होगा कि अंतरराष्ट्रीय राजनीति में होने वाली कोई भी घटना और एक देश द्वारा किया गया कोई भी कार्य, उस देश के राष्ट्रीय हितों से संबंधित होता है। भारत द्वारा श्रीलंका को डोर्नियर विमान उपहार स्वरूप देना भी भारत का राष्ट्रीय हित है।
हम सभी जानते हैं कि कुछ समय से श्रीलंका आर्थिक समस्याओं से जूझ रहा है। ऐसे में श्रीलंका की सुरक्षा भी कमजोर हुई है और भारत सहित कई अन्य देशों को डर है कि ऐसी स्थिति में चीन श्रीलंका पर अपना दबाव बनाना तथा उसके क्षेत्र में घुसपैठ करना आरंभ ना कर दे इसीलिए भारत द्वारा श्रीलंका की समुद्री तथा वायु सेना को मजबूत करने के लिए डोर्नियर विमान उपलब्ध करवाया गया है।
भारत को यह चिंता भी थी कि अगर चीन ने श्रीलंका पर अपना दबदबा बना लिया तो भारत को उत्तर तथा दक्षिण दोनों दिशा में चीन का सामना करना पड़ेगा। इस प्रकार डोर्नियर विमान देकर भारत ने श्रीलंका सहित अपनी सुरक्षा को भी सुनिश्चित किया है तथा अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पड़ोसी देश की मदद करके आदर्श स्थापित किया है।
इस घटना ने चाइना को यह बताया है कि भारत अपने पड़ोसी देशों की सुरक्षा के लिए सदैव तैयार है तथा अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर अन्य देशों की स्वतंत्रता और संप्रभुता बनाए रखने के पक्ष में है।
आशा है कि आपको यह ज्ञानवर्धक लेख पसंद आया होगा तथा आपकी रुचि अंतर्राष्ट्रीय राजनीति में बढ़ी होगी। हम इसी प्रकार के राष्ट्रीय, अंतरराष्ट्रीय मुद्दों पर लेख लेकर जल्द मिलेंगे ताकि आप देश-दुनिया की खबरों से जुड़े रहे सके।
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शीर्षक छवि स्रोत: indianexpress.com