जाने राष्ट्रमंडल खेलों के बारे में
कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन हुआ है जिसमें भारत ने भी अनेक पदक जीते हैं।
कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन हुआ है जिसमें भारत ने भी अनेक पदक जीते हैं।
प्रदीप द्वारा लिखित, 19 वर्ष का छात्र
कुछ दिनों पहले ही राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन हुआ है जिसमें भारत ने भी अनेक पदक जीते हैं। आज हम इन राष्ट्रमंडल खेलों के बारे में पूर्ण जानकारी लेने वाले हैं।
क्या है राष्ट्रमंडल खेल?
राष्ट्रमंडल खेल या कॉमनवेल्थ गेम्स एक अंतरराष्ट्रीय बहु-खेल प्रतियोगिता है जिसमें राष्ट्रमंडल देशों के एथलेटिक शामिल होते हैं और उनके बीच खेलों का आयोजन होता है। विभिन्न देशों के सर्वश्रेष्ठ एथलीट जो उन खेलों में विजेता होते हैं उन्हें पदक से नवाजा जाता है। यह राष्ट्रमंडल खेल हर 4 साल में एक बार होता है।
राष्ट्रमंडल खेलों को समय-समय पर अलग-अलग नामों से जाना गया है जैसे-1930 से 1950 तक ब्रिटिश एंपायर गेम्स, 1954 से 1966 तक ब्रिटिश अंपायर एंड कॉमन वेल्थ गेम्स, और 1970 से 1974 तक ब्रिटिश कॉमनवेल्थ गेम्स के नाम से जाना जाता था परंतु द्वितीय विश्व युद्ध के दौरान इनका आयोजन नहीं किया गया था।
वर्ष 1978 में इन्हें सिर्फ कॉमनवेल्थ गेम्स या राष्ट्रमंडल खेल कहा जाता था एवं वर्ष 1998 में कुआलालमपुर में आयोजित राष्ट्रमंडल खेलों में एक बड़ा बदलाव देखा गया जब क्रिकेट, हॉकी और नेट बॉल जैसे खेलों के दलों ने पहली बार अपनी उपस्थिति दर्ज की ।
कॉमन वेल्थ गेम्स या राष्ट्रमंडल खेल की शुरुआत
एश्ली कूपर वह प्रथम व्यक्ति या मानव थे जिन्होंने पूरे ब्रिटिश राज के अंदर अच्छे संबंध बनाए रखने के लिए एवं सद्भावना को प्रोत्साहन देने के लिए एक अखिल ब्रिटानी खेल कार्यक्रम आयोजित करने के विचार को प्रस्तुत किया। वर्ष 1928 में कनाडा के एक प्रमुख एथलीट बॉबी रॉबिंसन को प्रथम राष्ट्रमंडल खेलों के आयोजन का भार सौंपा गया था। यह खेल 1930 में हेमिल्टन शहर, ओंटेरियो, कनाडा मे आयोजित किए गए जिसमे राष्ट्रीय मंडल खेलप्रतियोगिता में 11 देशों के 400 खिलाड़ियों ने भाग लिया।
राष्ट्रमंडल खेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर किस प्रकार से उभरा?
राष्ट्रमंडल खेल अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उभरा, इसके निम्नलिखित बिंदु हैं:
1) वर्ष 2001 में इन खेलों द्वारा मानवता, समानता और नियति की तीन मान्यताओं को अपनाया गया जो राष्ट्रमंडल खेलों की मूल मान्यताएं हैं। यह मान्यताएं हजारों लोगों को प्रेरणा देती हैं और उन्हें आपस में जोड़ती हैं तथा राष्ट्रमंडल के अंदर खेलों को अपनाने का व्यापक समर्थन प्रकट करती हैं।
2) कॉमन वेल्थ गेम्स में या राष्ट्रमंडल खेल में विकलांग एथलीटों को उनकी राष्ट्रीय टीमों के पूर्ण सदस्यों के रूप में पहली बार मान्यता देने के कारण राष्ट्रमंडल खेलों को पहली पूर्ण रूप से समावेशी अंतरराष्ट्रीय बहु-खेल प्रतियोगिता भी माना जाता है।
3) यह दुनिया का पहला बहु खेल कार्यक्रम है जो महिलाओं और पुरुषों के पदकों को समान दर्जा देता है।
कॉमनवेल्थ गेम्स या राष्ट्रमंडल खेल आयोजन
19वां राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन 3-14 अक्टूबर 2010 के बीच दिल्ली में किया गया। इसमें 61 देशों एवं क्षेत्रों के 6081 एथलीटों ने 17 खेलों की 272 स्पर्धाओं में भाग लिया। इन खेलों का उद्घाटन एवं समापन समारोह नई दिल्ली के जवाहरलाल नेहरू स्टेडियम में संपन्न हुआ। अभी तक एशिया में 2 बार राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन हुआ है।
इसी तरह 20वां राष्ट्रमंडल खेल 23 जुलाई से 3 अगस्त 2014 के मध्य (ग्लास्गो, स्कॉटलैंड) आयोजित हुआ, 21वां राष्ट्रमंडल खेल 4 अप्रैल से 15 अप्रैल 2018 के बीच (ऑस्ट्रेलिया के गोल्ड कोस्ट सिटी) आयोजित हुआ एवं 22वां राष्ट्रमंडल खेल गुरुवार 28 जुलाई से सोमवार 8 अगस्त (बर्मिंघम- इंग्लैंड) 2022 में खेला गया।
हाल ही में हुए 2022 के राष्ट्रीय मंडल खेलों का आयोजन
2022 का 22वां राष्ट्रमंडल खेलों का आयोजन बर्मिंघम-इंग्लैंड में हुआ जिसमें विभिन्न देशों के एथलीटों ने कई पदक जीते। जिसमें
खेल मंडल 2022 में भारत की स्थिति
2022 में हुए कॉमनवेल्थ गेम में भारत ने 61 पदक जीते जिसमें 22 स्वर्ण, 16 सिल्वर और 23 ब्रॉन्ज मेडल पर कब्जा जमाया। भारत का इस बार चौथा स्थान रहा। हमारे देश ने सर्वाधिक पदक कुश्ती और वेट लिफ्टिंग की अलग-अलग कैटेगरी में हासिल किए।
भारत ने गोल्ड कोस्ट में हुए पिछले कॉमनवेल्थ गेम में कुल 66 गोल्ड मेडल हासिल किए थे और तीसरे स्थान पर रहा था परंतु भारत को इस बार बर्मिंघम में ना सिर्फ पांच मैडल बल्कि तालिका में एक पायदान का भी नुकसान हुआ।
हालांकि भारत ने बर्मिंघम कॉमन वेल्थ गेम्स में भारत इतिहास का अपना 200वां गोल्ड मेडल जीतने में कामयाब रहा, इसे सिंधु ने दिलाया ।
इसी तरह राष्ट्रीयमंडल खेल का 23 वां आयोजन 2026 में होगा।
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शीर्षक छवि स्रोत: wikimedia