
आईएमएफ (IMF), इसकी पहली महिला मुख्य अर्थशास्त्री (economist) और कोविड -19
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा किए गए फैसले दुनिया भर के लोगों को प्रभावित करते हैं ।
अंतर्राष्ट्रीय मुद्रा कोष (आईएमएफ) द्वारा किए गए फैसले दुनिया भर के लोगों को प्रभावित करते हैं ।
जिओ ग्लास एक मिक्स रियलिटी हेडसेट है, जिसे रिलायंस इंडस्ट्रीज लिमिटेड के द्वारा बुधवार 15, जुलाई 2020 को लांच किया गया है| इसका वजन सिर्फ 75 ग्राम है| इसमें सेंसर, कैमरे और अन्य ऑप्शंस दिए गए हैं, जो इसको दूसरे चश्मो से बिल्कुल अलग बनाता है|
प्लाज्मा थेरेपी का इस्तेमाल कोविड-19 के गंभीर रोगियों का इलाज करने में किया जा रहा है । इस थेरेपी में, डॉक्टर उन रोगियों से प्लाज्मा (खून में पाया जाने वाला एक तरल पदार्थ) लेते हैं जो कोरोनावाइरस से ठीक हो चुके हैं और उन रोगियों को देते हैं जो अभी भी इससे पीड़ित हैं..
अमेरिका के 2 बड़े विश्वविद्यालय, हार्वर्ड और मैसाचुसेट्स इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी (MIT) अमेरिकी सरकार को sue कर रहे हैं, मतलब उनपर मुकदमा करना चाहते हैं ।
कोवैक्सीन भारत में बनने वाली कोरोना वायरस की पहली देशी वैक्सीन है, जिसे आईसीएमआर और भारतीय बायोटेक कंपनी ने साथ में मिलकर बनाया है| जिसका कोड नेम BBV152 रखा गया है| इस वैक्सीन को 15,अगस्त 2020 तक लांच किया जा सकता है|
मृदा स्वास्थ्य कार्ड योजना(Soil Health Card Yojana) भारत सरकार द्वारा 19, फरवरी 2015 को शुरू की गई एक योजना है| जिसका मुख्य उद्देश्य देश के किसानों को उनकी मिट्टी की उर्वरता की शक्ति का अनुमान करवाना है| साथ ही उन्हें किस फसल के ऊपर खेती करनी चाहिए और उस फसल के ऊपर उन्हें किन किन खादों का प्रयोग कितनी मात्रा में करना चाहिए यह बताया जाता है|
‘स्पेनिश फ्लू ‘ नाम की यह भीषण महामारी जो कि पश्चिमी मोर्चे पर स्थित थी| वह छोटे और भीड़भाड़ वाले सैनिक प्रशिक्षण शिविरों से शुरू हुई थी| ऐसा माना जाता है कि यह आमतौर पर फ्रांस की सीमा के करीब की खंदको में गंदगी की वजह से फैलना शुरू हुई और देखते ही देखते दुनिया भर के देशों, राज्यों में फैलती चली गई| विश्व युद्ध नवंबर सन 1918 में खत्म हो चुका था परंतु घर वापस जा रहे संक्रमित सैनिकों के साथ फ्लू अन्य क्षेत्रों में फैलता चला गया|
मकड़ी एक कीड़ा है, जो कि सभी जानते हैं लेकिन वो बस एक कीड़ा नहीं है । कुछ मकड़ियाँ जहरीली होती हैं और कुछ नहीं । आज मैं आपको मकड़ियों के बारे में एक अलग नज़रिये से बताने जा रहा हूँ जो शायद आपने पहले कभी नहीं सुना होगा...
लद्दाख की गलवान घाटी में भारतीय और चीन सैनिकों के बीच में जो लड़ाई हुई वो 1962 की लड़ाई के बाद से सबसे भयानक लड़ाई थी..
1962 का भारत-चीन युद्ध, सिनो-इंडीयन (Sino-Indian) युद्ध के नाम से जाना जाता है जो कि एक अचानक किया गया और पहले से ना सोचा जाने वाला हमला था..