“शून्य” का अर्थ:

तो, शून्य हिंदू मिथक और दर्शन में केवल “कुछ नहीं” नहीं है, बल्कि यह सब कुछ की संभावना, आध्यात्मिक मुक्ति, और सृष्टि की जड़...